हूँ आ आ हुम्म्म हूँ हूँ हूँ… चुपके चुपके रात दिन आँसू बहाना याद है-2 हम को अब तक आशिकी का वो ज़माना याद है तुझ से मिलते ही वो कुछ बेबाक हो जाना मेरा-2 और तेरा दांतों में वो उंगली दबाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... चोरी-चोरी हम से तुम आ कर मिले थे जिस जगह-2 मुद्दतें गुजरीं पर अब तक वो ठिकाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... खैंच लेना वो मेरा परदे का कोना दफ्फातन-2 और दुपट्टे से तेरा वो मुंह छुपाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... तुझ को जब तनहा कभी पाना तो अज राह-ऐ-लिहाज़-2 हाल-ऐ-दिल बातों ही बातों में जताना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... आ गया गर वस्ल की शब् भी कहीं ज़िक्र-ए-फिराक-2 वो तेरा रो-रो के भी मुझको रुलाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... दोपहर की धुप में मेरे बुलाने के लिए-2 वो तेरा कोठे पे नंगे पांव आना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... गैर की नज़रों से बचकर सब की मर्ज़ी के ख़िलाफ़-2 वो तेरा चोरी छिपे रातों को आना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... बा हजारां इस्तिराब-ओ-सद-हजारां इश्तियाक-2 तुझसे वो पहले पहल दिल का लगाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... बेरुखी के साथ सुनना दर्द-ऐ-दिल की दास्तां-2 वो कलाई में तेरा कंगन घुमाना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... वक्त-ए-रुखसत अलविदा का लफ्ज़ कहने के लिए-2 वो तेरे सूखे लबों का थर-थराना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... बावजूद-ए-इद्दा-ए-इत्तक़ा 'हसरत' मुझे-2 आज तक अहद-ए-हवास का ये फ़साना याद है हम को... चुपके चुपके रात दिन... Performed By: Ustad Ghulam Ali Movie: निकाह(1982)
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